Bihar Technical Service Commission Recruitment: बिहार तकनीकी सेवा आयोग (बीटीएससी) राज्य के स्वास्थ्य विभाग के तहत विभिन्न सरकारी अस्पतालों में स्टाफ नर्स की बंपर भर्तियां करने जा रहा है। यदि आपके पास जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी में डिप्लोमा या बीएससी नर्सिंग की डिग्री है तो आप भी इसमें अपना करियर बना सकते हैं। बीटीएससी इसके लिए प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन करता है। यह परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती है, जिसमें हजारों उम्मीदवार शामिल होते हैं। इसमें सफल होने के लिए एक सुनियोजित एवं स्मार्ट अध्ययन योजना, नियमित अभ्यास और सटीक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। नर्सिंग विषय का गहन अध्ययन कर आप इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं।
Bihar Technical Service Commission Recruitment: प्रतियोगी परीक्षा का प्रारूप
● कंप्यूटर आधारित परीक्षा 100 अंक की होगी, जिसमें 100 प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे।
● प्रश्न पत्र हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में होंगे। परीक्षा की अवधि दो घंटे की होगी।
● प्रश्न पत्र में जनरल नर्सिंग एंड मिडफाइरी स्तरीय पाठ्यक्रम के आधार पर प्रश्न पूछे जाएंगे।
● प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक मिलेगा और उत्तर गलत होने पर एक चौथाई अंक की कटौती की जाएगी।
● परीक्षा में न्यूनतम 30% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
● कार्यानुभव का लाभ लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की ही मिलेगा।
● मेरिट सूची में चयनित उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा।
Bihar Technical Service Commission Recruitment: चयन प्रक्रिया
● प्रतियोगी परीक्षा, कार्यानुभव और दस्तावेज सत्यापन के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
● परीक्षा में प्राप्त कुल अंकों के प्रतिशत को 0.75 से गुणा करके अंक दिए जाएंगे। जैसे- किसी उम्मीदवार को 100% अंक प्राप्त हुआ है तो उसे 100X.75= 75 अंक दिए जाएंगे।
● प्रतियोगी परीक्षा 75 अंक और कार्यानुभव 25 अंक (प्रति वर्ष पांच अंक) के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी।
Bihar Technical Service Commission Recruitment: ये होगा पाठ्यक्रम
● सामान्य विज्ञान : मानव शरीर रचना विज्ञान और शरीर क्रिया विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, कीटाणुशोधन और बंध्यीकरण, दवा की खुराक, विषाक्त लक्षण, नुस्खे, औषध विज्ञान की मूल बातें।
● पोषण एवं आहार विज्ञान : पोषक तत्व एवं उनकी भूमिका, चिकित्सीय निवारक आहार, आयु एवं आर्थिक स्थिति के आधार पर आहार योजना।
● मनोविज्ञान एवं मनोरोग नर्सिंग : मानव व्यवहार, मानसिक स्वास्थ्य, मनोरोग चिकित्सा, पारस्परिक कौशल, विचलन पहचान।
● फंडामेंटल नर्सिंग : नर्सिंग नैतिकता, प्राथमिक चिकित्सा, सुरक्षित रोगी वातावरण, दवा प्रशासन, रिकॉर्ड रखना।
● सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग : सार्वजनिक स्वास्थ्य कारक, रोग नियंत्रण, स्वास्थ्य शिक्षा, परिवार नियोजन, सामुदायिक निदान।
● मेडिकल एवं सर्जिकल नर्सिंग : सामान्य रोग, शल्य चिकित्सा सहायता, संज्ञाहरण देखभाल, गहन देखभाल, आपातकालीन प्रतिक्रिया, संक्रामक रोग प्रबंधन।
● बाल चिकित्सा नर्सिंग : बाल विकास, नवजात शिशु देखभाल, बाल चिकित्सा आपातस्थितियां, बच्चों के लिए निवारक देखभाल।
● प्रसूति नर्सिंग : प्रसवपूर्व देखभाल, प्रसव, प्रसवोत्तर देखभाल, प्रसूति संबंधी आपातस्थितियां, परिवार कल्याण।
● नर्सिंग प्रशासन एवं शिक्षा : स्वास्थ्य प्रशासन सिद्धांत, पर्यवेक्षण कौशल, नर्सिंग रुझान, नर्सिंग में शिक्षण विधियां।
Bihar Technical Service Commission Recruitment: ये टिप्स अपनाएं
● अध्ययन योजना बनाएं : योजना के साथ पढ़ाई का मतलब है कि आप अपने हिसाब से पाठ्यक्रम और समय को देखकर योजना बना लें कि आपको कितने समय और किस तरह से पढ़ाई करनी है। पाठ्यक्रम के कौन से टॉपिक्स आपके अच्छे हैं, और कौन से कमजोर हैं। किसमें आपको ज्यादा समय देना होगा और किसमें कम। इस तरह से सभी चीजों का ध्यान रखते हुए योजना के साथ पढ़ाई करने से परीक्षा में आपके चयनित होने का अवसर बढ़ जाता है।
● टाइम टेबल बनाकर पढ़ें : किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए टाइम टेबल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। टाइम टेबल से हमारा मतलब है कि सभी विषयों के लिए एक अच्छा समय निर्धारित करना कि जिस वक्त आप अच्छी तरह उस विषय को पढ़ पाएं। बेहतर तैयारी के लिए दिन में न्यूनतम छह से आठ घंटे की पढ़ाई जरूरी है। टाइम टेबल में सभी टॉपिक्स को बराबर समय दें। आप जिस टॉपिक में असहज महसूस करते हैं उसके लिए ज्यादा समय निकालें।
● विषयों को दोहराएं : विषयों का रिवीजन परीक्षा की तैयारी का एक अभिन्न अंग है। यदि आप किसी भी पुस्तक, समाचार पत्र या वेबसाइट से किसी विषय का अध्ययन करते हैं, लेकिन परीक्षा हॉल में इसे याद नहीं कर पाते हैं, तो आपकी पूरी मेहनत बेकार चली जाती है। मनुष्य की अल्पकालिक स्मृति होती है। जो भी उम्मीदवार एक दिन अध्ययन करता है, वह अगले दो दिनों में उसे भूल सकता है। अधिक समय तथ्यों को याद रखने के लिए रिवीजन जरूरी है।
● नोट्स बनाएं: परीक्षा की तैयारी के दौरान छोटे नोट्स बनाना उपयोगी होता है। जिन किताबों से आप तैयारी कर रहे हैं, इंटरनेट या यूट्यूब से जो जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं, उनके नोट्स भी बना लें। पढ़ाई के दौरान नोट्स बनाना जानकारी को बनाए रखने का एक प्रभावी तरीका है। नोट्स के जरिए आपको वही चीजें पढ़ने के लिए बार-बार खोजनी नहीं पड़ेंगी। यह आपको अध्ययन सामग्री व्यवस्थित करने, समय बचाने और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
● समय प्रबंधन जरूरी : परीक्षा में समय का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। उम्मीदवारों को कम समय में प्रश्नों को हल करना होता है। इसलिए परीक्षा में दिए गए सभी प्रश्नों का उत्तर समय पर देने के लिए आपको काफी अभ्यास करने की आवश्यकता होती है। यदि आप समय प्रबंधन के कौशल में मजबूत पकड़ बना लेते हैं, तो अतिरिक्त समय का उपयोग उत्तरों को संशोधित करने या लंबे या कठिन प्रश्नों पर अतिरिक्त ध्यान देने में कर सकते हैं।
● पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें : परीक्षा की तैयारी में विगत वर्षों के प्रश्नपत्र अहम भूमिका निभाते हैं। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से आपको परीक्षा के पेपर में रुझानों को समझने में मदद मिलती है। आप पूछे गए प्रश्न के प्रकार और कठिनाई स्तर का विश्लेषण कर सकते हैं। परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनाने में यह आपकी मदद करेगा। इससे आप अपना मूल्यांकन भी कर सकते हैं।
● मॉक टेस्ट का अभ्यास करें : परीक्षा की तैयारी के लिए आदर्श तरीकों में से एक मॉक टेस्ट का अभ्यास करना है। मॉक टेस्ट पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का आकलन करके तैयार किया जाता है, जिन्हें हल करके आप अपनी तैयारी के स्तर को जांच सकते हैं। मॉक टेस्ट आपको परीक्षा पैटर्न और पूछे गए प्रश्नों से परिचित होने में भी मदद करता है। इससे आपको अपनी प्रगति को ट्रैक करने और अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करने में भी मदद मिलती है।
● अच्छी पुस्तकों का चयन करें : परीक्षा के लिए उपयुक्त अध्ययन सामग्री और किताबें उम्मीदवारों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। इसलिए, विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित गुणवत्तापूर्ण पुस्तकों का संदर्भ लेना और ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करना सुनिश्चित करें। जिस भी टॉपिक को समझने में आपको समस्या आ रही हो उस टॉपिक को आप यू ट्यूब पर सर्च कर सकते हैं। ध्यान रखें कि कुछ वीडियोज का मकसद सिर्फ व्यू प्राप्त करना होता है तो आप ऐसे वीडियो से दूर रहें।
● सीमित अध्ययन सामग्री रखें : किसी भी नई अध्ययन सामग्री या किताब से विचलित न होना काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। संपूर्ण पाठ्यक्रम को कवर करने के लिए अनुशंसित पुस्तकों, सबसे महत्वपूर्ण रूप से एनसीईआरटी की पुस्तकों का उपयोग करें। लिखित परीक्षा के दौरान अपना ध्यान न खोएं। उम्मीदवारों को अपनी तैयारी इस तरह से पूरी करनी चाहिए कि वे परीक्षा पैटर्न के आदी हो जाएं।
● कमजोर क्षेत्रों पर काम करें : परीक्षा की तैयारी करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि कोई टॉपिक परीक्षा में आपकी कमजोरी न बने। आप जिस टॉपिक में कमजोर हैै उस पर ध्यान दें और उस विषय में अपनी अच्छी पकड़ बनाने का प्रयास करें। अपने ज्ञान को मजबूत करने के लिए सलाहकारों, ऑनलाइन संसाधनों या कोचिंग संस्थानों से मदद ले सकते हैं। इससे आपको काफी फायदा होगा और आपका ज्ञान हर विषय में बहुत अच्छा हो जाएगा।
Bihar Technical Service Commission Recruitment: इन बातों का भी रखें ख्याल
● अपनी ऊर्जा के स्तर और एकाग्रता को बनाए रखने के लिए पौष्टिक और सुपाच्य आहार खाएं। पौष्टिक भोजन से आपको शारीरिक रूप से फिट रहने में मदद मिलती है।
● रात में पर्याप्त नींद लें, क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे याददाश्त बढ़ाती है। सामान्यत: 7 से 8 घंटे नींद की आवश्यक है।
● प्रतिदिन सुबह कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें। नियमित व्यायाम तनाव निवारक होता है जो आपके मूड को बेहतर कर ऊर्जा के स्तर को बढ़ा देता है।
● लंबे अध्ययन के दौरान ब्रेक लें। हर 30 से 60 मिनट के अंतराल में खड़े हो जाएं। स्ट्रेच करें या थोड़ी देर बाहर टहलें। ये ब्रेक आपके दिमाग को तरोताजा कर सकते हैं।
● परीक्षा की तैयारी के दौरान सकारात्मक रहें। परीक्षा देने के अपने कारणों को याद रखें और अपने लक्ष्यों को दृढ़ता से अपने सामने रखें।
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